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गुरुवार, 5 फ़रवरी 2009

अमर उजाला में 'शब्द-शिखर' ब्लॉग की चर्चा


''शब्द शिखर'' पर 3 फरवरी 2009 को प्रस्तुत लेख ''भारत में भी फैल रहा है वेडिंग-रिंग्स डे'' को प्रतिष्ठित हिन्दी दैनिक पत्र 'अमर उजाला' ने 5 फरवरी 2009 को अपने सम्पादकीय पृष्ठ पर 'ब्लॉग कोना' में स्थान दिया! ......... आभार!!!

21 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

बहुत खूब...मुबारक हो.

बेनामी ने कहा…

आकांक्षा जी ! लोग यूँ ही आपकी रचनाधर्मिता के कायल नहीं हैं. कम समय में अपने अच्छी छाप छोड़ी है...बधाई !!

seema gupta ने कहा…

Hi,
Congratulations.....good luck.

regards

Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

'युवा' एवं 'साहित्य-शिल्पी' ब्लॉग पर आपकी प्रकाशित रचनाएँ पहले ही अख़बारों में चर्चा का विषय बन चुकी हैं, अब आपका खुद का ब्लॉग 'शब्द-शिखर' चर्चा में है...असीम प्रस्सनता का विषय है.आप ऊँचाइयों को छुएं,यही कामना है.

Bhanwar Singh ने कहा…

आज सुबह मैंने भी अमर उजाला के ब्लॉग-कोना में आपकी पोस्ट की चर्चा पढ़ी....ढेरों मुबारकवाद.

संगीता पुरी ने कहा…

आपने बिल्‍कुल नए विषय पर लिखा था ..... सहज ही लोगों का ध्‍यान आकृष्‍ट करनेवाला लेख था..... बहुत बहुत बधाई एवं शुभकामनाएं.....ऐसे ही आपका ब्‍लाग प्रतिष्‍ठा प्राप्‍त करता रहे।

Ram Shiv Murti Yadav ने कहा…

अमर उजाला के ब्लॉग-कोना में आपकी पोस्ट की चर्चा है. यह दर्शाता है कि प्रिंट-मीडिया भी अब bloggers की ताकत महसूस करने लगा है. अन्यथा पाठकों के पत्र स्तम्भ को छोटा कर ब्लॉग-कोना का क्या औचित्य है.

www.dakbabu.blogspot.com ने कहा…

डाकिया बाबू की तरफ से भी आपको शुभकामनायें.

Amit Kumar Yadav ने कहा…

नसीब वालों को ही चर्चा मिलती है.युवा की तरफ से बहुत सारी बधाइयाँ !!

Amit Kumar Yadav ने कहा…

....वैसे आपकी लेखनी के चलते ही "युवा" ब्लॉग भी पहली बार प्रिंट-मीडिया की निगाह में आया...आभारी हूँ !!

KK Yadav ने कहा…

Many-Many Congratulations.

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World ने कहा…

सारस्वत सुषमा की अप्रतिम संवाहक;
कविताएं और आलेख रचती हैं !
नारी और बाल विमर्श विषयों पर;
लिखती और ससम्मान खूब छपती हैं !
हिन्दी, संस्कृत संग शिक्षा, साहित्य की;
आकांक्षा जी कर रहीं सेवा निरन्तर !
प्रशस्तियाँ और पुरस्कार प्राप्त करके;
बिखेरतीं चतुर्दिक् यश-कीर्ति दिव्यतर !!

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World ने कहा…

बस इतनी कामना है कि आप अपनी कलम की धार में कभी कमी न आने दीजियेगा...आपको बहुत आगे जाना है .

Rashi ने कहा…

bohot khoob. bohot bohot bhadhai. you are very talented. keep it up. thanks, rashi

Amit Kumar Yadav ने कहा…

Learning history is so easy but
making history is so difficult.
Make a history of yourself and
make others to learn it!

नीरज गोस्वामी ने कहा…

बहुत बहुत बधाई...इश्वर आप को ऐसी और कई कामयाबियां दे येही कामना है...
नीरज

लावण्यम्` ~ अन्तर्मन्` ने कहा…

Bahut badhayee Aakaksha jee

Udan Tashtari ने कहा…

वाह!! बधाई.

राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ ) ने कहा…

अति उत्तम..........!!

ilesh ने कहा…

congratulations.....go up and up...

संजय भास्‍कर ने कहा…

आपने बिल्‍कुल नए विषय पर लिखा