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शुक्रवार, 2 जनवरी 2015

वर्ष नव, हर्ष नव



वर्ष नव,
हर्ष नव,
जीवन उत्कर्ष नव।

नव उमंग,
नव तरंग,
जीवन का नव प्रसंग।

नवल चाह,
नवल राह,
जीवन का नव प्रवाह।

गीत नवल,
प्रीत नवल,
जीवन की रीति नवल,
जीवन की नीति नवल,
जीवन की जीत नवल!

(नव वर्ष पर हरिवंश राय बच्चन जी की यह कविता साभार। 
इसे जितनी बार भी पढ़िए, जीवन में नई स्फूर्ति देती है।  )






नव वर्ष पर सपरिवार आप सभी को बहुत-बहुत बधाई और हार्दिक शुभ कामनाएँ। नव वर्ष 2015 आप सभी के जीवन में सुख, शांति, खुशहाली एवं समृद्धि लाए !!




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