tag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post4991629946906160505..comments2023-11-24T11:09:23.683+05:30Comments on शब्द-शिखर: भारतीय पित्री-सत्तात्मक समाज में फादर्स-डेAkanksha Yadavhttp://www.blogger.com/profile/10606407864354423112noreply@blogger.comBlogger15125tag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-80679229791402538062009-07-30T20:53:43.756+05:302009-07-30T20:53:43.756+05:30nice one.nice one.Shyamahttps://www.blogger.com/profile/15780650583480468092noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-83364298093083699182009-06-28T19:23:04.068+05:302009-06-28T19:23:04.068+05:30mujhe to kuch bhi galat nahi lagta fathers day me....mujhe to kuch bhi galat nahi lagta fathers day me...ek achhi hi soch hai ye,aur sirf ek videshi soch kehke ise nakaara nahi jaana chahiye....karva chauth jaise vrat kyon manaaye jaate hai,kya patniyaan aisa karke apne rozmarra ki zimmedari se bhaag rahee hai??...agar nahi to fathers day me galat kya hai??Sajal Ehsaashttps://www.blogger.com/profile/03532103149883910427noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-37389727483541635422009-06-25T20:59:22.072+05:302009-06-25T20:59:22.072+05:30'पित्री' नहीं होता है, 'पितृ' होता...'पित्री' नहीं होता है, 'पितृ' होता है। कृपया सुधार लें। आदत से मज़बूर हूँ। वर्तनी अशुद्धि देखते ही मन हाहाकार करने लगता है।गिरिजेश राव, Girijesh Raohttps://www.blogger.com/profile/16654262548719423445noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-6193327002832619912009-06-23T08:15:10.128+05:302009-06-23T08:15:10.128+05:30एक अलग दृष्टिकोण से लिखने के लिए धन्यवाद!!!!एक अलग दृष्टिकोण से लिखने के लिए धन्यवाद!!!!प्रवीण त्रिवेदीhttps://www.blogger.com/profile/02126789872105792906noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-20247918346301447992009-06-21T21:29:45.022+05:302009-06-21T21:29:45.022+05:30फादर डे
मदर डे
रोज डे
वेलेंटाइन डे
म्यूजिक डे ...फादर डे <br />मदर डे <br />रोज डे <br />वेलेंटाइन डे <br />म्यूजिक डे <br />फ्रैंडशिप डे <br />वूमेंस डे <br />टीचर्स डे <br /><br /><b>ये सब है क्या ? <br />क्या मतलब है इनका ?</b> <br /><br />क्या अपनी भावनाओं को एक ख़ास दिन के <br />इर्द-गिर्द ही रखना चाहिए ? <br /> <br />हर दिन फादर डे है ... हर दिन मदर डे है ! <br />ये सब आयातित चीजें मेरी नजर में उचित <br />नहीं हैं ! <br /><br /><b>साल में एक दिन फादर को ग्रीटिंग और फूल पकडा दिया और बाकी दिन ??????</b> <br /><br /><br /><b><a href="http://aajkiaawaaz.blogspot.com" rel="nofollow"> आज की आवाज </a></b>प्रकाश गोविंदhttps://www.blogger.com/profile/15747919479775057929noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-23016978762440735982009-06-21T20:53:14.958+05:302009-06-21T20:53:14.958+05:30Happy Fathers day.Happy Fathers day.www.dakbabu.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/04376997074873178876noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-24307793410718574192009-06-21T20:49:55.955+05:302009-06-21T20:49:55.955+05:30Post ke madhyam se di gayi jankari achchhi lagi.Dh...Post ke madhyam se di gayi jankari achchhi lagi.Dhanyawadनवनीत नीरवhttps://www.blogger.com/profile/14633274021808960999noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-58362710563080836682009-06-21T20:16:42.562+05:302009-06-21T20:16:42.562+05:30भारतीय परिप्रेक्ष्य में फादर्स-डे पर सारगर्भित पोस...भारतीय परिप्रेक्ष्य में फादर्स-डे पर सारगर्भित पोस्ट. ओल्ड एज होम भले ही भारत में दिखने लगे हों पर यह भी एक सच है कि संयुक्त परिवार के खत्म होने ने पिता की भूमिका को विस्तार प्रदान किया है। तो आइये आज के दिन पिता जी को नमन करें.Amit Kumar Yadavhttps://www.blogger.com/profile/13738311398018201654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-63525214643685748392009-06-21T20:02:23.581+05:302009-06-21T20:02:23.581+05:30पिता के बारे में परंपरागत धारणा को तोड़ना होगा. मे...पिता के बारे में परंपरागत धारणा को तोड़ना होगा. मेट्रो संस्कृति में जिस तरह से संयुक्त परिवार समाप्त हो रहे हैं वहां एकल परिवारों में पिता कई सारी भूमिकाएं अदा कर रहे हैं। यहाँ तक कि माँ की भी. एक समय सख्तमिजाजी के लिए मशहूर पिता अब बच्चों को गोद में लेना, उनका होमवर्क कराना या फिर उनके साथ खेलना जैसी तमाम जिम्मेदारियों से रूबरू हो रहे है. फादर्स-डे पर पिता जी लोगों को हम भरपूर प्यार दें, ... सिर्फ एक दिन ही क्यों रोज उन्हें भरपूर प्यार दें, इज्ज़त दें, तभी फादर्स-डे की सार्थकता है.Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/09269049661721803881noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-13311499788617072322009-06-21T19:55:34.507+05:302009-06-21T19:55:34.507+05:30फादर्स-डे की बधाई ! वाकई माँ अगर संस्कारों की गुरू...फादर्स-डे की बधाई ! वाकई माँ अगर संस्कारों की गुरू है तो पिता दुनियादारी के सबक की किताब से कम नहीं हैं।Shyamahttps://www.blogger.com/profile/15780650583480468092noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-59604248713202466382009-06-21T19:49:27.672+05:302009-06-21T19:49:27.672+05:30फादर्स-डे के बारे में सुन्दर जानकारी...आभार !!फादर्स-डे के बारे में सुन्दर जानकारी...आभार !!Bhanwar Singhhttps://www.blogger.com/profile/15075816337973720075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-2273412823885757302009-06-21T19:49:21.414+05:302009-06-21T19:49:21.414+05:30इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.Bhanwar Singhhttps://www.blogger.com/profile/15075816337973720075noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-26268762551336028802009-06-21T19:38:24.100+05:302009-06-21T19:38:24.100+05:30विश्व भर में देश और भाषा भले ही अलग हों लेकिन पिता...विश्व भर में देश और भाषा भले ही अलग हों लेकिन पिता का ओहदा सब जगह ऊंचा है। विश्व में 130 भाषाओं में पिता के लिए अलग-अलग शब्द प्रयोग होते हैं। कुछ प्रमुख भाषाओं में पिता के लिए इस्तेमाल होने वाले शब्द इस प्रकार हैं: <br /><br />हिंदी : पिता जी <br /><br />संस्कृत : जनक <br /><br />अफ्रीकन : वदर <br /><br />अरब : अब्बी <br /><br />बांग्लादेश : अब्बा <br /><br />ब्राजील : पाई <br /><br />डच : पापा, पानी <br /><br />इंग्लिश : फादर, डैड, डैडी, पॉप <br /><br />फ्रेंच : पापा <br /><br />जर्मन : पपी <br /><br />हंगेरियन : अपा <br /><br />इंडोनेशिया : बापा, पैब <br /><br />इटली : बब्बो <br /><br />जापान : ओटोसान <br /><br />लैटिन : पटर, अटटा <br /><br />केन्या : बाबा <br /><br />नेपाल : बुवा <br /><br />पर्सियन : बाबा, पितर <br /><br />पुर्तगाल : पाई <br /><br />रशियन : पापा <br /><br />स्पेनिश : टाटा <br /><br />स्वीडिश : पप्पा <br /><br />तुर्किश : बाबाहिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature Worldhttps://www.blogger.com/profile/03921573071803133325noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-63668418691466318222009-06-21T18:28:37.974+05:302009-06-21T18:28:37.974+05:30आन्कान्क्षा जी..किसी दिवस को किसी ख़ास दिवस के रूप...आन्कान्क्षा जी..किसी दिवस को किसी ख़ास दिवस के रूप में मनाने की (विशेषकर,माता,पिता,,बहन,,भाई.प्रेमी-प्रेमिका आदि ) प्रवृत्ति पिछले एक दशक से ही ज्यादा बड़ी है..और पिछले एक दशक से ही ..देश के सांस्कृतिक माहौल में भी गजब का परिवर्तन आया..मगर संतोषजनक बात ये है की अभी भी ये भारत जैसी जनसंख्या वाले देश में ..व्यापक नहीं है और बहुत ही कम है......<br />आज भी महानगरों से बाहर ही इन विशेष दिवसों की अवधारणा दम तोड़ती दिखती है...और अब तो वो पहले वाली कार्ड-गिफ्ट खरीदने वाली बात भी नहीं रही....इस दिवस पर एक अलग दृष्टिकोण से लिखने के लिए धन्यवाद. मगर यदि कोई इसी बहाने पिता-माता या किसी को याद करता है तो ..अच्छी बात है...पश्चिम का अन्धानुकरण देखिये अभी क्या क्या dikhaataa है...?अजय कुमार झाhttps://www.blogger.com/profile/16451273945870935357noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-34937385171233041092009-06-21T18:01:28.970+05:302009-06-21T18:01:28.970+05:30वर्तमान परिप्रेक्ष्य में रिश्तों के अवमुल्यन के बह...वर्तमान परिप्रेक्ष्य में रिश्तों के अवमुल्यन के बहाने फादर्स-डे पर सुन्दर प्रस्तुति.KK Yadavhttps://www.blogger.com/profile/05702409969031147177noreply@blogger.com