tag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post777590745239386059..comments2023-11-24T11:09:23.683+05:30Comments on शब्द-शिखर: एक वृक्ष देता है 15.70 लाख के बराबर सम्पदाAkanksha Yadavhttp://www.blogger.com/profile/10606407864354423112noreply@blogger.comBlogger18125tag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-3040317959786217892009-05-19T00:56:00.000+05:302009-05-19T00:56:00.000+05:30बड़ी रोचक जानकारियों से परिपूर्ण है आपका यह ब्लॉग....बड़ी रोचक जानकारियों से परिपूर्ण है आपका यह ब्लॉग...बधाई.Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-17102463800558838602009-04-14T18:30:00.001+05:302009-04-14T18:30:00.001+05:30आज के दौर में लोगों को सचेत करती एक लाजवाब पोस्ट.आज के दौर में लोगों को सचेत करती एक लाजवाब पोस्ट.शरद कुमारhttps://www.blogger.com/profile/17958271927414459178noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-75942457187028849712009-04-14T18:30:00.000+05:302009-04-14T18:30:00.000+05:30आज के दौर में लोगों को सचेत करती एक लाजवाब पोस्ट.आज के दौर में लोगों को सचेत करती एक लाजवाब पोस्ट.शरद कुमारhttps://www.blogger.com/profile/17958271927414459178noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-73709661589371676082009-03-07T00:05:00.000+05:302009-03-07T00:05:00.000+05:30बहुत खूब कहा है। यहाँ भी नजरें इनायत करें। पल भरबहुत खूब कहा है। यहाँ भी नजरें इनायत करें। <BR/><A HREF="http://palbhar.blogspot.com" REL="nofollow">पल भर </A>शैफालिका - ओस की बूँदhttps://www.blogger.com/profile/08224276654600243940noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-71542806571618601782009-03-05T22:08:00.000+05:302009-03-05T22:08:00.000+05:30हमारी संकृति में पेड़ - पौधों को महत्त्व दिया गया ...हमारी संकृति में पेड़ - पौधों को महत्त्व दिया गया है. तुलसी का पौधा और पीपल का वृक्ष पूजा जाता है.वनस्पति में प्राण हैं- इस तथ्य को भी हमारे वैज्ञानिक ने ही दुनियाँ को बताया था.सभ्यता के विकास के साथ ही मनुष्य ने अपने स्वार्थ के लिए वनस्पति और अन्य प्राणियों का शोषण किया है. पेड़ों का काटना भी इसी प्रक्रिया का एक हिस्सा है. इसे पूरी तरह रोका नहीं जा सकता. उदाहरण के लिए सड़कें बनाने के लिए जंगल काटने ही पड़ते हैं.हाँ पेड़ और जंगल बचाने के भरपूर प्रयत्न और यथा संभव वृक्षारोपण की ओर ध्यान दिए जाने की जरूरत है.hem pandeyhttps://www.blogger.com/profile/08880733877178535586noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-71965527617492244452009-03-05T16:32:00.000+05:302009-03-05T16:32:00.000+05:30BAHUMOOLYA JANKARI KE LIYE DHANYAWAADBAHUMOOLYA JANKARI KE LIYE DHANYAWAADYogesh Verma Swapnhttps://www.blogger.com/profile/01456159788604681957noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-6320896679340157592009-03-04T21:20:00.000+05:302009-03-04T21:20:00.000+05:30आकांक्षाजी, आपकी जानकारी दुरूस्त है। लोगो की सोंच ...आकांक्षाजी, <BR/>आपकी जानकारी दुरूस्त है। लोगो की सोंच इस तरह का होना चाहिए तभी आपका लेख ऊँचाई छुएगा। <BR/>बहुत-बहुत आभार!प्रेम सागर सिंह [Prem Sagar Singh]https://www.blogger.com/profile/04752730187804179048noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-1882670573830444212009-03-04T21:16:00.000+05:302009-03-04T21:16:00.000+05:30वृक्ष अमूल्य धरोहर, रक्षा नियमित करना होगा।जीवन की...वृक्ष अमूल्य धरोहर, <BR/>रक्षा नियमित करना होगा।<BR/>जीवन की खातिर, <BR/>जंगल को जीवित रखना होगा।डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक'https://www.blogger.com/profile/09313147050002054907noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-90110600621638542912009-03-04T20:19:00.000+05:302009-03-04T20:19:00.000+05:30बहुत बढिया जानकारी प्रदान की आपने........आज वास्तव...बहुत बढिया जानकारी प्रदान की आपने........आज वास्तव में ये जरूरत है कि वृ्क्षारोपण की एक स्वस्थ परंपरा विकसित की जाए।Pt. D.K. Sharma "Vatsa"https://www.blogger.com/profile/05459197901771493896noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-66101445810910655692009-03-04T20:13:00.000+05:302009-03-04T20:13:00.000+05:30बहुत शानदार पोस्ट...शुक्रिया.बहुत शानदार पोस्ट...शुक्रिया.समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-69977964788124347752009-03-04T20:02:00.000+05:302009-03-04T20:02:00.000+05:30अनुनाद जी हम उन पर कुल्हाड़ी चलाते हैं। अपनी जेबे...अनुनाद जी हम उन पर कुल्हाड़ी चलाते हैं। अपनी जेबें भरते हैं।<BR/>बहुत शानदार पोस्ट। बधाई।Hari Joshihttps://www.blogger.com/profile/13632382660773459908noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-88850554249402891812009-03-04T19:42:00.000+05:302009-03-04T19:42:00.000+05:30वृक्ष हमे आक्सीजन देते हैं जो,प्राणवायु है। वृक्ष ...वृक्ष हमे आक्सीजन देते हैं जो,प्राणवायु है। वृक्ष हमें फल देते हैं जो विटामिन (जीवन-सत्व) से भरपूर होते हैं। वे हमे इंधन (उर्जा)देते हैं जिसके बिना कोई काम हो ही नहीं सकता। वे हमे औषधियाँ प्रदान करते हैं। वे हमे घर बनाने के लिये लकड़ी देते हैं। <BR/><BR/>वृक्ष हमे जीने का अधिकार देते हैं और हम ?अनुनाद सिंहhttps://www.blogger.com/profile/05634421007709892634noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-5206114485491735542009-03-04T18:58:00.000+05:302009-03-04T18:58:00.000+05:30...यहाँ तो मानव ही आपने पांव पर कुल्हाडी मार रहा ह......यहाँ तो मानव ही आपने पांव पर कुल्हाडी मार रहा है, सब कुछ जानते हुए भी बहती गंगा में हाथ धो रहा है. आखिर कोई वास्तविक रूप में सद्प्रयास तो करे.www.dakbabu.blogspot.comhttps://www.blogger.com/profile/04376997074873178876noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-12265664698324031802009-03-04T18:56:00.000+05:302009-03-04T18:56:00.000+05:30वृक्ष वाकई धरती के भूषण हैं, पर आज के औद्योगिक समा...वृक्ष वाकई धरती के भूषण हैं, पर आज के औद्योगिक समाज में लोगों को भावनाओं से कम पैसों से ज्यादा मतलब हो गया है. पेड़ रोज कट रहे हैं, सरकार रोज नई योजनायें बना रही है, पर जब तक मनुष्य स्वयं अपनी तरफ से पहल नहीं करेगा, किसी योजना का कोई मतलब नहीं. एक सारगर्भित पोस्ट के लिए शुक्रिया.Ram Shiv Murti Yadavhttps://www.blogger.com/profile/14132527541648964036noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-19737909497141869072009-03-04T18:52:00.000+05:302009-03-04T18:52:00.000+05:30जरूरत है कि लोग इस मामले पर गम्भीरता से सोचें एवं ...जरूरत है कि लोग इस मामले पर गम्भीरता से सोचें एवं संकल्प लें कि किसी भी शुभ अवसर पर वे वृक्षारोपण अवश्य करेंगे अन्यथा वृक्षों के साथ-साथ मानव-जीवन भी खतरे में पड़ जायेगा। <BR/>________________________<BR/>काश कि लोग इस पर अमल करते तो धरती को फिर से स्वर्ग बनाया जा सकता.Amit Kumar Yadavhttps://www.blogger.com/profile/13738311398018201654noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-79614853516277226402009-03-04T18:50:00.000+05:302009-03-04T18:50:00.000+05:30Thanks for this wonderful knowledge.Thanks for this wonderful knowledge.Dr. Brajesh Swaroophttps://www.blogger.com/profile/17791749899067207963noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-82987015424831309422009-03-04T18:49:00.000+05:302009-03-04T18:49:00.000+05:30वृक्ष हमारे स्वस्थ जीवन के लिए कुल 15 लाख 70 हजार ...वृक्ष हमारे स्वस्थ जीवन के लिए कुल 15 लाख 70 हजार रूपये का लाभ पहुँचाता है। पर आज का मानव इतना निष्ठुर हो चुका है कि वृक्षों के इतने उपयोगी होने के बाद भी थोड़े से स्वार्थ व लालच में उन्हें बेरहमी से काट डालता है।.....आकांक्षा जी! आपने तो पूरा हिसाब-किताब ही रख डाला.यह आपने आप में अनूठी जानकारी है और भविष्य के प्रति चेतना जाग्रति का कार्य भी.हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature Worldhttps://www.blogger.com/profile/03921573071803133325noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7291505309636252413.post-85662612457455218622009-03-04T18:46:00.000+05:302009-03-04T18:46:00.000+05:30बहुत सुन्दर जानकारी. वाकई हमें सचेत होने की जरुरत ...बहुत सुन्दर जानकारी. वाकई हमें सचेत होने की जरुरत है.KK Yadavhttps://www.blogger.com/profile/05702409969031147177noreply@blogger.com