अमर उजाला में 'शब्द-शिखर' ब्लॉग की चर्चा
''शब्द शिखर'' पर 13 नवम्बर 2009 को बाल दिवस पर प्रस्तुत विशेष लेख "खो रहा है बचपन" को प्रतिष्ठित हिन्दी दैनिक पत्र 'अमर उजाला' ने "बच्चे कुम्ह्लायेंगें, तो राष्ट्र क्या खिलेगा" शीर्षक से 14 नवम्बर 2009 को अपने सम्पादकीय पृष्ठ पर 'ब्लॉग कोना' में स्थान दिया! 'अमर उजाला' के ब्लॉग कोना में सातवीं बार शब्द-शिखर की चर्चा हुई है...आभार!
Many-many Congts.
जवाब देंहटाएंबहुत खूब.अमर उजाला में चर्चा की ढेरों बधाई.
जवाब देंहटाएं१४ नवम्बर को अमर-उजाला के ब्लॉग-कोना में इस पोस्ट की चर्चा ...बधाई.
जवाब देंहटाएंचर्चा की ढेरों बधाई ....
जवाब देंहटाएंबहुत,बहुत बधाई ।
जवाब देंहटाएं'अमर उजाला' के ब्लॉग कोना में सातवीं बार शब्द-शिखर की चर्चा हुई है... मुबारक हो.
जवाब देंहटाएंइस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.
जवाब देंहटाएंआपकी यह चर्चा अमर उजाला में मैंने भी पढ़ी थी, आप सातवीं ही क्यों शतक बनायें...युवा शक्ति की ओर से शुभकामनायें.
जवाब देंहटाएंNice one. Badhai ho.
जवाब देंहटाएंहमने भी पढ़ा था..बड़ा प्रभावी लेखन है आपका.
जवाब देंहटाएंयह आपकी बेहतरीन लेखनी का कमाल है. यूँ ही चर्चा में बनी रहें.
जवाब देंहटाएंबड़ा प्रभावी लेखन है आपका
जवाब देंहटाएंबहुत खूब.अमर उजाला में चर्चा की ढेरों बधाई.
जवाब देंहटाएं