शब्द-शिखर

रविवार, 31 जनवरी 2010

अब किताब को पढ़कर भी सुनायेगी कलम

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यह सुनने में आश्चर्यजनक लगता है, पर है सच. अब एक ऐसे कलम का इजाद हो चुका है, जो आपको किताब पढ़कर भी सुनाएगी. जिस शब्द पर आप उसे रख देंगे, वह...
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मंगलवार, 26 जनवरी 2010

गणतंत्र दिवस की बधाईयाँ

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!! गणतंत्र दिवस की हार्दिक बधाईयाँ !!
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शनिवार, 16 जनवरी 2010

रानी लक्ष्मीबाई के झाँसी किले में एक दिन

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(पतिदेव कृष्ण कुमार जी और पुत्री अक्षिता के साथ) पिछले दिनों झाँसी जाने का मौका मिला, वही झाँसी जो रानी लक्ष्मीबाई के चलते मशह...
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मंगलवार, 12 जनवरी 2010

धूप खिलेगी

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जयकृष्ण राय तुषार जी इलाहाबाद उच्च न्यायालय में वकालत के पेशे के साथ-साथ गीत-ग़ज़ल लिखने में भी सिद्धहस्त हैं. इनकी रचनाएँ देश की तमाम चर्चि...
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रविवार, 10 जनवरी 2010

मैक्सिको की खोज है चाॅकलेट

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चाॅकलेट भला किसे नहीं प्रिय होता- क्या बूढ़े क्या बच्चे। इसका नाम सुनते ही मुँह में पानी भर आता है। चाॅकलेट शब्द माया भाषा के दो शब्दों से मि...
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शनिवार, 9 जनवरी 2010

अब छात्र करेंगे ऐतिहासिक धरोहरों के प्रति लोगों को जागरूक

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अभी अख़बार में एक लाजवाब पहल के बारे में पढ़ी कि सीबीएसई ने देश के ऐतिहासिक धरोहरों और स्मारकों के संरक्षण के उद्देश्य से ''एडाप्ट हे...
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रविवार, 3 जनवरी 2010

ट्रेन हादसों का जिम्मेदार कौन ??

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नए साल के उल्लास पर शनि महाराज का कोप भरी पड़ा. साल के दूसरे दिन ही शनिवार को उत्तर प्रदेश में तीन ट्रेन-हादसे हुए. कईयों की जान गई व कई घाय...
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शुक्रवार, 1 जनवरी 2010

हरिवंशराय बच्चन का नव-वर्ष बधाई पत्र !!

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नव-वर्ष पर साहित्यकारों ने बहुत कुछ लिखा है. कविवर हरिवंशराय बच्चन की पंक्तियाँ भला किसे नहीं याद होंगीं- वर्ष नव, हर्ष नव, जीवन उत्कर्ष नव।...
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सोमवार, 28 दिसंबर 2009

भारत में नव वर्ष के विभिन्न रूप

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नव वर्ष धीरे-धीरे अपने मुकाम की ओर बढ़ रहा है. इसी के साथ उल्लास का पर्व भी आरंभ होता जाता है. कोई डांस-पार्टी इंजॉय करता है तो कोई दिन-दुख...
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रविवार, 27 दिसंबर 2009

इन्दिरा गाँधी की तमन्ना थी कि उनको बेटी मिले

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पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को चाहत थी कि उनकी एक पुत्री भी हो। ज्योति बसु को जवाहर लाल नेहरू ट्रस्ट से अभिभाषण के एवज में एक लाख सुपए...
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शुक्रवार, 25 दिसंबर 2009

अमर उजाला में 'शब्द-शिखर' की चर्चा

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'शब्द शिखर' पर 23 दिसंबर 2009 को प्रस्तुत पोस्ट हफ्ते भर बंद रहेंगीं बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ को प्रतिष्ठित हिन्दी दैनिक पत्र 'अम...
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मंगलवार, 22 दिसंबर 2009

हफ्ते भर बंद रहेंगीं बहुराष्ट्रीय कम्पनियाँ

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सुनने में अजीब लगता है पर यह सच है. खर्चो में कटौती की योजना के तहत तमाम कम्पनियाँ एक सप्ताह के लिए अपने दफ्तर बंद कर रही है। इस दौरान इन का...
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गुरुवार, 17 दिसंबर 2009

एक आरती के क्रांतिकारी रचयिता...ओम् जग जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे

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ओम् जग जगदीश हरे, स्वामी जय जगदीश हरे, भक्त जनों के संकट, क्षण में दूर करें....पूजा-आराधना किसी भी देवता की की जा रही हो, ओम जय जगदीश हरे आर...
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शनिवार, 12 दिसंबर 2009

पाँच वर्षों का यह सुखद सफर !!

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28 नवम्बर, 2009 को हमारे वैवाहिक जीवन की पाँचवी वर्षगाँठ थी. हम दोनों उस दिन दो भिन्न जगहों पर थे और नेट से भी दूर थे. पर इस सुखद पल की य...
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मंगलवार, 8 दिसंबर 2009

'बाल साहित्य समीक्षा' का आकांक्षा यादव विशेषांक

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बच्चों के समग्र विकास में बाल साहित्य की सदैव से प्रमुख भूमिका रही है। बाल साहित्य बच्चों से सीधा संवाद स्थापित करने की विधा है। बाल साहित्य...
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सोमवार, 16 नवंबर 2009

राजस्थान पत्रिका में 'शब्द-शिखर' की चर्चा

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''शब्द शिखर'' पर 7 नवम्बर 2009 को प्रस्तुत बाल-कविता 'करें सबका सम्मान' को प्रतिष्ठित हिन्दी दैनिक पत्र 'राजस्था...
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रविवार, 15 नवंबर 2009

अमर उजाला में 'शब्द-शिखर' ब्लॉग की चर्चा

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''शब्द शिखर'' पर 13 नवम्बर 2009 को बाल दिवस पर प्रस्तुत विशेष लेख "खो रहा है बचपन" को प्रतिष्ठित हिन्दी दैनिक पत्...
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शुक्रवार, 13 नवंबर 2009

खो रहा है बचपन (बाल-दिवस पर विशेष)

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पं0 नेहरू से मिलने एक व्यक्ति आये। बातचीत के दौरान उन्होंने पूछा-’’पंडित जी आप 70 साल के हो गये हैं लेकिन फिर भी हमेशा गुलाब की तरह तरोत...
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रविवार, 8 नवंबर 2009

करें सबका सम्मान (बाल-कविता)

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हम मानवता के पुजारी कभी न हम हिम्मत हारें आगे ही नित् बढ़ते जायें अपने प्राण देशहित वारें। हरदम रखें हौसला बुलंद देश की हम बनें तकदीर हमको को...
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सोमवार, 26 अक्टूबर 2009

चाँद पे निकला पानी

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(आज सुबह के समय घर के सामने लॉन में बैठी थी कि हमारी बिटिया अक्षिता ने कुछ तुकबंदी आरंभ कर दी. जब शब्दों पर गौर किया तो वह चाँद पे निकला पान...
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गुरुवार, 22 अक्टूबर 2009

प्रकृति और मानव के बीच तादात्म्य स्थापित करता छठ-पर्व

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भारतीय संस्कृति में त्यौहार सिर्फ औपचारिक अनुष्ठान मात्रभर नहीं हैं, बल्कि जीवन का एक अभिन्न अंग हैं। त्यौहार जहाँ मानवीय जीवन में उमंग लाते...
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शनिवार, 17 अक्टूबर 2009

दीवाली में क्यों होती है लक्ष्मी-गणेश की पूजा

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दीपावली को दीपों का पर्व कहा जाता है और इस दिन ऐश्वर्य की देवी माँ लक्ष्मी एवं विवेक के देवता व विध्नहर्ता भगवान गणेश की पूजा की जाती है। ऐस...
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गुरुवार, 15 अक्टूबर 2009

प्रसन्नता भरे रंगों की अभिव्यक्ति है रंगोली

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रंगोली किसे नहीं भाती। भारतीय संस्कृति में शुभ कार्यों एवं रंगोली का अनन्य संबंध है। होली हो या दीवाली, रंगोली के बिना अधूरी ही मानी जात...
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गुरुवार, 8 अक्टूबर 2009

‘इंगेजमेंट रिंग‘ की जगह ‘इंगेजमेंट बैण्ड‘

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पिछले दिनों एक पारिवारिक मित्र के यहाँ होने जा रहे इंगेजमेंट हेतु उनके साथ रिंग खरीदने गई तो पता चला कि यह चलन तो अब पुराना हो चला है। ...
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गुरुवार, 1 अक्टूबर 2009

प्रेम : एक अनसुलझा रहस्य

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प्यार क्या है। यह एक बड़ा अजीब सा प्रश्न है। पिछले दिनों इमरोज जी का एक इण्टरव्यू पढ़ रही थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि जब वे अमृता प्रीतम...
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