होली व होलिका-दहन को लेकर तमाम मान्यताएं हैं. उनमें सबसे प्रचलित दैत्यराज हिरण्यकश्यप, उसके विष्णुभक्त बेटे प्रहलाद और उसकी बहन होलिका से जुडी हुई है.पर इससे परे भी एक मान्यता है.
भविष्य पुराण में वर्णन आता है कि राजा रघु के राज्य में धुंधि नामक राक्षसी को भगवान शिव द्वारा वरदान प्राप्त था कि उसकी मृत्यु न ही देवताओं, न ही मनुष्यों, न ही हथियारों, न ही सदी-गर्मी-बरसात से होगी। इस वरदान के बाद उसकी दुष्टतायें बढ़ती गयीं और अंतत: भगवान शिव ने ही उसे यह शाप दे दिया कि उसकी मृत्यु बालकों के उत्पात से होगी।
धुंधि की दुष्टताओं से परेशान राजा रघु को उनके पुरोहित ने सुझाव दिया कि फाल्गुन मास की 15वीं तिथि को जब सर्दियों पश्चात गर्मियाँ आरम्भ होती हैं, बच्चे घरों से लकड़ियाँ व घास-फूस इत्यादि एकत्र कर ढेर बनायें और इसमें आग लगाकर खूब हल्ला-गुल्ला करें। बच्चों के ऐसा ही करने से भगवान शिव के शाप स्वरूप राक्षसी धुंधि ने तड़प-तड़प कर दम तोड़ दिया।
ऐसा माना जाता है कि होली का पंजाबी स्वरूप ‘धुलैंडी’ धुंधि की मृत्यु से ही जुड़ा हुआ है। आज भी इसी याद में होलिकादहन किया जाता है और लोग अपने हर बुरे कर्म इसमें भस्म कर देते हैं।
-कृष्ण कुमार यादव
16 टिप्पणियां:
अच्छी जानकारी,आभार.
होली पर सुन्दर आलेख...होली की बधाई.
रोचक जानकारी...होली पर्व सभी के जीवन में प्यार व सौहाद्र लाये.
आपको और आपके परिवार को होली की शुभकामनाएं। फाल्गुनी रंग आपके जीवन में हर खुशी भर दें। होली की सुन्दर जानकारी.
दिलचस्प जानकारी...होली की रंगकामनाएं स्वीकार हों !!
नयी जानकारी....होली की बधाई
Dekha bachhon ka utpat..sab dar gaye..ha..ha..ha..
!! होली की शुभकामनायें !! रंगकामनाएं स्वीकार हों !!
!! होली की शुभकामनायें !! रंगकामनाएं स्वीकार हों !!
होली की आप को ओर आप के परिवार को बहुत बहुत बधाई
होली की आप को ओर आप के परिवार को बहुत बहुत बधाई
बढ़िया आलेख!
होली की बहुत-बहुत शुभकामनाएँ!
!! होली की शुभकामनायें !! रंगकामनाएं !!
होली की सुन्दर चर्चा...ऐसी जानकारी पर्वोँ को महत्वपूर्ण बनाती हैं. होली की बधाई.
रंग-बिरंगी होली की मनभावन शुभकामनायें !!
आप सभी की टिप्पणियों के लिए आभार ! एक बार पुन: आप सभी को सपरिवार व इष्टमित्रों सहित होली की ढेरों शुभकामनायें !!
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