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बुधवार, 4 जून 2014

आपकी छोटी सी पहल पर्यावरण को सुरक्षित कर सकती है, आइये एक कदम तो बढ़ाएँ …


स्वच्छ पर्यावरण जीवन का आधार है और इसके बिना जीवन का अस्तित्व खतरे में पड़ सकता है। पर्यावरण जीवन के प्रत्येक पक्ष से जुड़ा हुआ है, इसीलिए यह जरूरी है कि प्रत्येक व्यक्ति पर्यावरण के प्रति जागरूक रहे। ऐसे में कुछ छोटी-छोटी बातों पर गौर कर हम पर्यावरण की स्वच्छता के लिए कार्य कर  सकते हैं। इसके लिए अपनी दिनचर्या भी प्रकृति के अनुरूप बनाने की कोशिश करनी होगी। 

जैव-विविधता के संरक्षण एवं प्रकृति के प्रति अनुराग पैदा करने हेतु फूलों को तोड़कर उपहार में बुके देने की बजाय गमले में लगे पौधे भेंट करना ज्यादा श्र्येस्कर होगा। बच्चों को भी पुरस्कार के रूप में पौधे देकर, उनके अन्दर बचपन से ही पर्यावरण संरक्षण का बोध कराया जा सकता है। जीवन के यादगार दिनों मसलन- जन्मदिन, वैवाहिक वर्षगाँठ या अन्य किसी शुभ कार्य की स्मृतियों को सहेजने के लिए पौधे लगाकर उनका पोषण करना चाहिए, ताकि सतत-संपोष्य विकास की अवधारणा निरंतर फलती-फूलती रहे। यह और भी समृद्ध होगा यदि अपनी वंशावली को सुरक्षित रखने हेतु ऐसे बगीचे तैयार किये जाएँ, जहाँ हर पीढ़ी द्वारा लगाये गए पौधे मौजूद हों। 

आज के उपभोक्तावादी जीवन में इको-फ्रेण्डली  होना बहुत जरूरी है। पानी और बिजली का अपव्यय रोककर हम इसका निर्वाह कर सकते हैं। फ्लश का इस्तेमाल कम से कम करके, री-सायकलिंग द्वारा पानी की बर्बादी रोककर और टॉयलेट इत्यादि में उनका उपयोग कर एवं बिजली की खपत को स्वतः रोककर पर्यावरण को स्वच्छ और सुरक्षित बनाया जा सकता है !! 

(अमर उजाला, रूपायन-30 मई, 2014 में प्रकाशित आकांक्षा यादव के  विचार)
https://www.facebook.com/AkankshaYadava


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