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गुरुवार, 25 फ़रवरी 2010

काला पानी में सरपट दौड़ेगी ट्रेन

अंडमान के लोगों के लिए यह भारत द्वारा किसी मैच के जीतने सरीखा था. कल शाम को पोर्टब्लेयर की सड़कों पर पटाखे फूट रहे थे, कारण जानना चाही तो पता चला कि रेल मंत्री ममता बनर्जी ने रेलवे बजट में अंडमान में भी ट्रेन चलाने की बात प्रस्तावित की है. यहाँ राजधानी पोर्टब्लेयर और नार्थ अंडमान के सबसे दूर अवस्थित कस्बे डिगलीपुर के मध्य ट्रेन सेवा आरंभ करने के प्रस्ताव की घोषणा की गई है.

कभी काला-पानी के लिए मशहूर अंडमान के लिए यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है कि आजादी के बाद से आज तक किसी भी रेल बजट में अंडमान के बारे में लोकसभा में जिक्र नहीं किया गया. यह पहली बार है कि रेल बजट में अंडमान का जिक्र है. फ़िलहाल यह प्रस्ताव है और इसे फलीभूत होने में समय भी लगेगा, पर भारत के सबसे बड़े सरकारी विभाग की इसी बहाने अंडमान में उपस्थिति भी दिखेगी. अन्यथा रेलवे के लिए अभी तक तो अंडमान काला-पानी से शापित ही नजर आता था.

इस ट्रेन सेवा से जहाँ पूरा अंडमान जुड़ जायेगा, वहीँ रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ जायेंगीं. समय की बचत के अलावा किसानों को इसका सीधा लाभ मिलेगा और वे अपने उत्पादों को राजधानी पोर्टब्लेयर के बाजारों में आसानी से ला सकेंगें. इसके अभाव में यहाँ सब्जियां बहुत महगीं हैं, इससे उनकी कीमतें भी नियंत्रित हो जायेंगीं. चूँकि ममता बनर्जी पडोसी राज्य पश्चिम बंगाल की हैं, सो वे स्वयं अंडमान का दौरा आसानी से कर सकती हैं.

कभी काला-पानी के लिए कुख्यात अंडमान में ट्रेन सेवा मीडिया के लिए भी महत्वपूर्ण खबर बनी. तमाम राष्ट्रीय चैनल बाकायदा इसे हाईलाइट करके दिखा रहे थे. फ़िलहाल अंडमान के लोग खुश हैं और उनके साथ ही किसान, व्यवसायी, अधिकारी और पर्यटक भी खुश हैं...पर डर इस बात का भी है की यह सिर्फ घोषणा तक ही न रह जाय. अन्यथा रेलवे विभाग के लिए अंडमान काला-पानी ही बनकर रह जायेगा, जहाँ आज तक उन्होंने कदम ही नहीं रखा !!

23 टिप्‍पणियां:

vikas ने कहा…

बिलकुल सही कहा अपने,सिर्फ प्रस्ताव न रह जाए,अब देखना यह होगा की कब तक यह पास होगा.
विकास पाण्डेय

www.vicharokadarpan.blogspot.com

Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

बहुत अच्छी बात बताई आपने. विकास की धारा अंडमान जैसी जगहों में भी बहनी चाहिए.

Shyama ने कहा…

Thats Great News...Thanks.

Bhanwar Singh ने कहा…

कहाँ पहले अंडमान का नाम सुना था, अब आपके माध्यम से रु-ब-रु भी हो रहे हैं. यूँ ही नई चीजों से अवगत कराती रहें..आभार.

Bhanwar Singh ने कहा…

कहाँ पहले अंडमान का नाम सुना था, अब आपके माध्यम से रु-ब-रु भी हो रहे हैं. यूँ ही नई चीजों से अवगत कराती रहें..आभार.

Unknown ने कहा…

चलिए सरकार को सुध तो आयी काला-पानी की.

संजय भास्‍कर ने कहा…

बहुत अच्छी बात बताई आपने

Dev ने कहा…

बहुत अच्छी बात .......इस बार के रेल बजट में ये प्रस्ताव कुछ हट के लगा .

Amit Kumar Yadav ने कहा…

...Tab to Andman ghumane ka maja duguna. Paise bhi bachenge..ha..ha..ha..

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

आगे-आगे देखिए होता है क्या!

निर्मला कपिला ने कहा…

बहुत अच्छी जानकारी है धन्यवाद्

http://anusamvedna.blogspot.com ने कहा…

हम मंत्री होंगे तो हरियाने का "जुगाड़" चलवा देते... एक लीटर में एक घंटे.. चाहे जितनी दूर जाओ... चाहे न्यार(चारा) लाद लो चाहे वीरवानी को घुमाओ ....

अच्छी जानकारी दी आपने
देखिये आगे "अम्मा" क्या करती हैं

दिगम्बर नासवा ने कहा…

सरकार का जागना अच्छा लक्षण है ....

Ram Shiv Murti Yadav ने कहा…

जब जागे तभी सबेरा.

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World ने कहा…

लगता है कला-पानी का शाप अब ख़त्म हो जायेगा..महत्वपूर्ण जानकारी के लिए आभार.

KK Yadav ने कहा…

बहुत बढ़िया..अंडमान में रेल की सवारी का अलग ही आनंद होगा.

Yogesh Verma Swapn ने कहा…

chaliye prastav hai, to pas bhi ho hi jayega.

डॉ. मनोज मिश्र ने कहा…

बहुत अच्छी जानकारी,आभार.

राज भाटिय़ा ने कहा…

बहुत अच्छी जानकारी है

Akanksha Yadav ने कहा…

...आप सभी की टिप्पणियों के लिए आभार !!

Shahroz ने कहा…

बहुत खूब. अब अंडमान आयेंगें तो ट्रेन की छुक-छुक..मजेदार रहेगा.

S R Bharti ने कहा…

आपका ब्लॉग तो अब अंडमान से सीधा प्रसारण कर रहा है. नित नई-नई रोचक जानकारी जो ख़बरों की भीड़ में कहीं खो जाती हैं...साधुवाद.

Unknown ने कहा…

bahut khoob. pichhle saal in dino andmaan ke liye nikle the. ab lagtaa hai vahaa train dekhne phir aanaa pade