होली की रंगत बरसाने की लट्ठमार होली के बिना अधूरी ही कही जायेगी। कृष्ण-लीला भूमि होने के कारण फाल्गुन शुक्ल नवमी को ब्रज में बरसाने की लट्ठमार होली का अपना अलग ही महत्व है।
इस दिन नन्दगाँव के कृष्णसखा ‘हुरिहारे’ बरसाने में होली खेलने आते हैं, जहाँ राधा की सखियाँ लाठियों से उनका स्वागत करती हैं। सखागण मजबूत ढालों से अपने शरीर की रक्षा करते हैं एवं चोट लगने पर वहाँ ब्रजरज लगा लेते हैं।
बरसाने की होली के दूसरे दिन फाल्गुन शुक्ल दशमी को सायंकाल ऐसी ही लट्ठमार होली नन्दगाँव में भी खेली जाती है। अन्तर मात्र इतना है कि इसमें नन्दगाँव की नारियाँ बरसाने के पुरूषों का लाठियों से सत्कार करती हैं।
इसी प्रकार बनारस की होली का भी अपना अलग अन्दाज है। बनारस को भगवान शिव की नगरी कहा गया है। यहाँ होली को रंगभरी एकादशी के रूप में मनाते हैं और बाबा विश्वनाथ के विशिष्ट श्रृंगार के बीच भक्त भांग व बूटी का आनन्द लेते हैं।
- कृष्ण कुमार यादव
14 टिप्पणियां:
Barsane ki holi ki sundar jankari....Holi Mubarak.
AAPKO PRIVAR SAHIT HOLI KEE SHUBHKAMANA.
तेरी होली, मेरी होली.
सबके संग खेली होली.
...सब भांग का नशा है ..बुरा न मानें होली है.
तेरी होली, मेरी होली.
सबके संग खेली होली.
...सब भांग का नशा है ..बुरा न मानें होली है.
barsane ki holi ki baat hi kuchch aur hai.
आप और आप के परिवार को होली की हार्दिक शुभकामनाएं !!
होली की रंगभरी शुभकामनाएँ स्वीकार करें!
जब फागुन रँग झमकते हो तब देख बहारेँ होली की |
गुलजार खिले हो परियोँ के और मजलिस की तैयारी हो |
कपड़ो पर रँग के छीटोँ से खुश रँग अजब गुलकारी हो |
मुँह लाल, गुलाबी आँखे हो और हाथोँ मेँ पिचकारी हो |
उस रँग भरी पिचकारी को अँगिया पर तक कर मारी हो |
सीनो से रँग ढलकतेँ हो तब देख बहारेँ होली की . -"नजीर अकबराबादी"
होली की रंगारंग शुभकामनाए
Barsane aur Banaras ki holi ka rang bhi le liya...badhai.
रंग-बिरंगी होली की मनभावन शुभकामनायें !!
Bahut Rochak jankari...Holi Ki Badhai.
!!! होली की रंग-कामनाएं !!!
आप सभी की टिप्पणियों के लिए आभार ! एक बार पुन: आप सभी को सपरिवार व इष्टमित्रों सहित होली की ढेरों शुभकामनायें !!
बरसाने की होली के बारे में सुना था, पर विस्तृत जानकारी हेतु आभार.
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