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रविवार, 28 मार्च 2010

मम्मी मेरी सबसे प्यारी (बाल-गीत)


मम्मी मेरी सबसे प्यारी,
मैं मम्मी की राजदुलारी।
मम्मी प्यार खूब जताती,
अच्छी-अच्छी चीजें लाती।

करती जब मैं खूब धमाल,
तब मम्मी खींचे मेरे कान।
मम्मी से हो जाती गुस्सा,
पहुँच जाती पापा के पास।

पीछे-पीछे तब मम्मी आती,
चाॅकलेट देकर मुझे मनाती।
थपकी देकर लोरी सुनाती,
मम्मी की गोद में मैं सो जाती।

21 टिप्‍पणियां:

Unknown ने कहा…

बहुत प्यारा बाल गीत. पाखी की आपके साथ सुन्दर फोटो लगी है.

Shahroz ने कहा…

मन को सुकून देने वाला मनभावन और सहज गीत.

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World ने कहा…

लगता है पाखी शरारती हो गई है, मम्मा की बातें जल्दी नहीं सुनती है. बड़ी प्यारी लग रही है मम्मा-बेटी की जोड़ी..यूँ ही प्यार बना रहे.

हिंदी साहित्य संसार : Hindi Literature World ने कहा…

...बाल-गीत तो बड़ा प्यारा है. मैं भी अपने भतीजे को सुनाउंगी .

बेनामी ने कहा…

बचपन की याद दिला दी...माँ की लोरी याद आ गई.

Shyama ने कहा…

आले कित्ता प्याला-प्याला लिखा. पाखी को जन्मदिन के बाद का तोहफा.

S R Bharti ने कहा…

कानों को बड़े मधुर लगते हैं आपके बाल-गीत. अभी मेरी बेटी इसे गाकर मुझे सुना रही थी और उसकी मम्मी मुस्कुरा रही थीं.

संजय भास्‍कर ने कहा…

बचपन की याद दिला दी...माँ की लोरी याद आ गई.

मनोज कुमार ने कहा…

बहुत प्यारा बाल गीत.

डॉ. मनोज मिश्र ने कहा…

बाल गीत सुंदर लगा,आभार.

रावेंद्रकुमार रवि ने कहा…

. ... ... और
सपने में मम्मी को
भी चॉकलेट खिलाती!

कविता रावत ने कहा…

Sundar baal geet.... beti bahut pyari lag rahi... hamara bhi pyar dena....
Bahut shubhkamnayne...

धान के देश में ने कहा…

बहुत बढिया। मैं इस कविता को आज ही अपनी पत्‍नी व बिटिया रानी को सुनाउंगा।

धन्‍यवाद
अशोक

सीमा सचदेव ने कहा…

बहुत प्यारी कविता है , पता है पाखी बेटा आप जितना बडा मेरा भी एक बेटा है चार साल का , आप जैसा ही नट्खट है , उसे कहानियां सुनने का बहुत शौंक है , आप भी सुनती हैं अपनी मम्मा से कहानियां ? बहुत शुभ-कामनाएं

KK Yadav ने कहा…

इस सुन्दर बाल-कविता से पाखी की शरारतें भी खूब झलक रही हैं...बेहतरीन !!

Amit Kumar Yadav ने कहा…

बहुत प्यारा बाल गीत...माँ की लोरी याद आ गई.

Dr. Brajesh Swaroop ने कहा…

चाकलेट, मार और प्यार...बाल सुलभ भाव. आपकी व पाखी की तस्वीर बेजोड़ है.

Bhanwar Singh ने कहा…

Cute wa pyara geet...

raghav ने कहा…

करती जब मैं खूब धमाल,
तब मम्मी खींचे मेरे कान।
मम्मी से हो जाती गुस्सा,
पहुँच जाती पापा के पास।
...यह हुई न समझदारी वाली बात...उम्दा बाल कविता.

S R Bharti ने कहा…

थपकी देकर लोरी सुनाती,
मम्मी की गोद में मैं सो जाती।
....एक बार फिर से यह मनभावन गीत पढ़ा और अपनी पसंद जाहिर कर रहा हूँ.

बेनामी ने कहा…

खूबसूरत प्रस्तुति...आपका ब्लॉग बेहतरीन है..शुभकामनायें.


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