झाँसी की रानी लक्ष्मीबाई का यह दुर्लभ फोटो 159 साल पहले अर्थात वर्ष 1850 में कोलकाता में रहने वाले अंग्रेज फोटोग्राफर जॉनस्टोन एंड हॉटमैन ने खींचा था। इस फोटो को पिछले माह 19 अगस्त, 2009 को भोपाल में आयोजित विश्व फोटोग्राफी प्रदर्शनी में प्रदर्शित किया गया था। यह चित्र अहमदाबाद के एक पुरातत्व महत्व की वस्तुओं के संग्रहकर्ता अमित अम्बालाल ने भेजा था। माना जाता है कि रानी लक्ष्मीबाई का यही एकमात्र फोटोग्राफ उपलब्ध है !!

फ़िलहाल लखनऊ/कानपुर से प्रकाशित राष्ट्रीय सहारा अख़बार ने इस चित्र को रानी लक्ष्मीबाई के चित्र रूप में दिखाया है.
57 टिप्पणियां:
शत शत नमन उस महान आत्मा को और आभार आपको इस फ़ोटो को देखने का सौभाग्य प्रदान करने के लिए।
धन्यवाद..आकांक्षा जी,
आपके प्रयास से यह दुर्लभ चित्र हमे देखने को मिला.
mujhe is par sanshay hai .....kyonki jyadatar poorani tasveerein aise pose me nahin diikhati . sivay abhinetriyon ke !
उपयोगी जानकारी है...
तहे दिल से आपका शुक्रिया
आपके कारण आज वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की दुर्लभ फोटो के दर्शन हुए !
स्कूल में पढ़ा थाः
बुंदेले हरबोलो के मुँह हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी॥
उन अमर वीरांगना का चित्र दिखाने के लिए अनेक धन्यवाद!
chitra ko dekhkar khyal ata hai ki yadi maine Rani jhansi par kabhi koi film banai to Sania mirza ko lead roal invite karoonga, gaur se dekhne pe lagta hai dono ek jaise hi chehre hain.
Dipak 'Mashal'
दुर्लभ चित्र।
आपका शुक्रिया ..दुर्लभ फोटो.
बुंदेले हरबोलो के मुँह हमने सुनी कहानी थी।
खूब लड़ी मर्दानी वह तो झाँसी वाली रानी थी॥
कृपया मेरे ब्लॉग पर पधारे.
जिस उम्र की लक्ष्मी बाई की यह तस्वीर है उसी उम्र की मेरी बेटी है उसका कमेंट है- " कितनी खूबसूरत है रानी लक्ष्मी बाई " धन्यवाद ।
आभार आप का या फोटो दिखाने के लिए
धन्यवाद इस तस्वीर को दिखाने के लिये । शत शत नमन इस वीराँगना को
किताबों में अलग अलग रुप देखे पर आज असली रुप देखा। शुक्रिया जी।
इस दुर्लभ फ़ोटो के दर्शन कराने का आपको बहुत धन्यवाद. नमन है.
रामराम.
anmol photo ke darshan karane ke liye hardik aabhaar. us veerangana ko shat shat naman.
हमे मान है ऎसी नारियो पर जिन्होने अपनी आन बान के लिये जान की परवाह नही की.
आप का धन्यवाद इस चित्र को हम तक पहुचाने के लिये, इस देवी के हम ने भी दर्शन कर दिये, हमारी तरफ़ से प्राणाम
अमर वीरांगना रानी लक्ष्मी बाई को नमन!
इस चित्र को हम तक पहुचाने के लिये,
आपको बहुत-बहुत धन्यवाद!
Bahut sundar....Rani lakshmi bai ka darshan karane ke liye abhar !!
बड़ा दुर्लभ चित्र दिखाया आपने...रानी लक्ष्मीबाई को शत-शत नमन.
bahut sundar photo aur bahut sundar prayas. kya is photo k bare me aur koi jankari bhee uplabh hai? thoda sa doubt hai.
भले यह रानी लक्ष्मी बाई का चित्र हो या न हो ....
मेरा शत शत नमन उनको |
इस दुर्लभ फ़ोटो को देखने का सौभाग्य प्रदान करने के लिए आभार.
ये हुई न कोई बात. पहले झाँसी की रानी पर आपका लेख पढ़ा था और अब उस वीरांगना का अद्भुत जीवंत चित्र....चलिए मैं भी उन भाग्यशाली लोगों में शामिल हो गया.
क्या कहूं फोटो देख कर मन में श्रद्धा की बजाये शंका ने जन्म ले लिया :(
वीनस केसरी
वृन्दावनलाल वर्मा और अन्य की मानें तो रानी जी सोच में जमाने से बहुत आगे थीं, लेकिन इतनी आगे भी नहीं कि एक फिरंगी यवन के आगे झोंटा फहरा कर ऐंगल के साथ स्टाइलिश फोटो खिंचाने को पोज दें।
यह फोटो साफ साफ हेरा फेरी का मुआमला है। राजा रवि वर्मा की किसी मॉडल जैसा फोटो है। आपा खो रहा हूँ, क्षमा करिएगा। कृपया इस तरह के दावे न करें और न ऐसे दावों को बढ़ावा दें।
झांसी की रानी लक्ष्मीबाई को नमन/श्रद्धांजलि वगैरह तो सब ठीक , पर यह तस्वीर किसी भी तरह लक्ष्मीबाई की नहीं लगती .
कुछ गड़बड़ है . पड़ताल होनी चाहिए .
अब क्या कहें......?
ये वो तस्वीर नहीं है जिसे झांसी की रानी का असली चित्र कहा जा रहा है। असली चित्र दैनिक भास्कर के सिटी भास्कर परिशिष्ट में छपा है। रानी झांसी चित्र में दिखाई महिला जितनी सुंदर नहीं थीं।
मामला जांच वाला हो लिया!
धन्यवाद् आकांक्षा जी, मैंने यह तस्वीर भोपाल में देखी थी, अपने ब्लाग द्वारा सबको यह दुर्लभ तस्वीर देखने का अवसर देने के लिए धन्यवाद !
शत शत नमन उस महान आत्मा को और आभार आपका दुर्लभ चित्र उपलब्ध करवाने का |
हमें भी शंकालुओं में ही गिनिये. :-(
कुछ सानिया मिर्जा़ सी झलक है. :-)
dhanybad akansha jee
aise hi browsing ke dauran aapka yah blog mere nazar me aaya. aur apse bina kuch kahe rah na saka. aasha hai aapki gyan ki satat pravahita se main bhi labhanvit ho paaunga........
thanks once again
aapka orkut per koi link hai to plz inform me .........
जाकी रहे भावना जैसी प्रभु मूरत देखि तिन तैसी... रानी लक्ष्मीबाई का असली चित्र दिकहने हेतु धन्यवाद. उनके नेत्रों में वह चिंगारी दिखाई देती है, जो उन्हें अमर बना गयी. विश्वासम फल दायकं...
अच्छे कार्यों को विवाद के कटघरे में खडा करना हम लोगों की फितरत बन चुकी है...यदि किसी का चेहरा किसी से मिलाता भी है तो उसके अस्तित्व पर प्रश्नचिंह नहीं लगाया जा सकता.
आकांक्षा जी, इस दुर्लभ फोटोग्राफ हेतु धन्यवाद.
धन्यवाद् सुजाता जी, आपने यह तस्वीर भोपाल में देखी थी.... वरना लोगों ने तो हमें भी शंकालु बना दिया था. चलिए हम तो शंका से बाहर निकले.
आकांक्षा जी, आपका इस अद्भुत कार्य के लिए आभार की अपनी झाँसी की रानी के दर्शन कराये.
आश्चर्यजनक पर सच.
रानी लक्ष्मीबाई का चित्र देखकर अभिभूत हूँ...वाकई लाजवाब.
मैने कहा था कि यह असली तस्वीर नहीं है।
हम महान लोगों की महान सूरत ही देखना चाहते हैं। यहां प्रस्तुत चित्र सुषमा वैद्य नाम की मॉडल का है। यह चित्र अस्सी के दशक में प्रख्यात छाया चित्रकार वामन ठाकरे ने खींचा था।
रानी झांसी की असली तस्वीर दैनिक भास्कर भोपाल के बीस अगस्त के अंक में छपी है। लिंक है- http://www.bhaskar.com/2009/08/20/090820044257_art_exibition.html
अजित वडनेरकर जी ने जो लिंक दिया है वहाँ असली तस्वीर मौजूद है मैने देख ली है ।
Ateesunder
"Guru-Shishya ki badalti parampara " lekh achha laga ,Badhai Sweekarein.
हैलो आकंक्षा दीदी आपके द्वारा दी गई झाँसी की रानी की फोटो सही नही है आपने लिखा अच्छा है अभी मैने अपने ब्लोग पर रमज़ान पर लिखा है देखियेगा ज़रुर ।
Hum bharteeyon ke andhvishwasi hone ke sabse achchhe udaharanon me se ek hai ye post. anyway, bachpan ka ek khel yaad aa gaya ki ''Ulloo bana diya, charkha chala diya'' ha ha ha
तहे दिल से आपका शुक्रिया
आपके कारण आज वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की दुर्लभ फोटो के दर्शन हुए !
शत शत नमन इस वीराँगना को
akanchh ji mene kal tak aapke blog par oopar wala chitr nahi dekha tha. kam se kam jis blog se liya hai uska link jaroor diya karen.
thank u sir apke madhyam se yeh durlabh chitra dekhne ka saubhagya mila chitra dekhkar man me aseem josh aur apar shradha utpann ho gaye shat shat naman rani lakshmi bai ko
thank u sir shat shat naman
aap ka bahut abhari ham sabhi bhart wasi ki is mhan yeoda maharani jhasiki rani ki sahi photo dikhane.
anubhuti ya gaurav hona us virangna ke prati us charitr ki mhanta ko pradrsit karta hai prantu swal ye uthta hai ki kya samvednsheelta sirf vichro ke pradarshan me me vyakt ho ya usme chupe mool uddesh ko sangthit roop me bda kar un ke dwara ek aisi kranti ke shakal de ki ek nye ujale ki kiran Bharatbhoomi ke is vrtman malin poore dundhle paridrashy me kuch nye thos vatavrn ko paida kar ske.
Aap ko bahut-bahut dhanyabad ki aapne "झांसी की रानी" KA YAH DURLABH PHOTO HUM SABHI TAK BAHUCHAYI.UNKO SHAT-SHAT NAMAN....
तह दिल से आबार आपका जो आपने वीरांगना महारानी लक्ष्मीबाई का इतना durlabh photo हमारे सामने लाऐ जय हिंद भारत
एक टिप्पणी भेजें