मैं एक समुदाय की प्रगति का माप महिलाओं द्वारा हासिल प्रगति की डिग्री द्वारा करता हूँ
-बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर
हमारे देश का सौभाग्य है कि हमें एक से बढ़कर एक महापुरुष मिले हैं। बाबा साहेब डॉ. भीम राव अम्बेडकर ऐसे ही महान और प्रभावशाली महापुरुषों में हैं। बाबा साहेब डॉ. अम्बेडकर गरीबों, वंचितों, दलितों और महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव के लिए सतत संघर्ष करते रहे और अपना जीवन इस काम में समर्पित कर दिया। डॉ. अम्बेडकर ने संविधान शिल्पी के रूप में जितनी बड़ी संख्या में गरीबों और खासकर वंचित तबके को समाज में ऊपर उठाने का काम किया है, इतिहास में ऐसा कोई उदाहरण नहीं मिलता कि किसी एक काम ने इतना असर दिखाया हो। बाबा साहेब का कमजोर लोगों को सशक्त बनाना अनुकरणीय था।
गरीबों और वंचितों को साथ ले चलने पर उनका जोर हमारे लिए प्रेरणादायी है। सतत संघर्ष, निरंतर कठिन परिश्रम, श्रमशील अध्ययन, सामाजिक समरसता, एकजुट संगठन, सर्व धर्म संभाव, सर्व जाति प्रेमभाव और प्रबुद्ध समाज का विकास बहुत कुछ सिखा गये बाबा साहेब ।
विश्व के सबसे बड़े संविधान के निर्माता, प्रथम विधि मंत्री, सामाजिक समरसता की स्थापना के लिए जीवनपर्यन्त संघर्ष करने वाले डॉ. भीमराव अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर बधाई।
It's day of Celebrations, a day to value a special person who taught world the lesson of Self Confidence and Dignity, who turned the Wheel of Justice towards Social justice of all. Its Bharat Ratna, Dr. B. R. Ambedkar, first Law Minister of India, Architect of Indian Constitution. Our politicians should learn from Baba Ambedkar Ji. We are enjoying our freedom under our great constitution provided by him. Nation Salutes you...!!
-आकांक्षा यादव @ शब्द-शिखर
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