कन्याओं के प्रति विरक्ति सिर्फ भारत में हो, ऐसा नहीं है. यह रोग अन्य देशों में भी है. जो भारतीय अच्छी शिक्षा-दीक्षा पाकर विदेशों में बस गए, अभी भी अपनी रुढी मानसिकता से छुटकारा नहीं पा पा रहे हैं. तभी तो उनके लिए भी बेटा-बेटी का भेद बना हुआ है. गर्भ में बेटी के आते ही उसे ख़त्म कर देने में उनकी आत्मा कचोटती नहीं.
यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया द्वारा किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि अमेरिका में भारतीय मूल की महिलाएं पुत्र की चाह में कन्या भ्रूण हत्या करा रही हैं। अध्ययन के मुताबिक महिलाएं कृत्रिम प्रजनन तकनीक इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) के दौरान सिर्फ नर भ्रूण को प्रत्यारोपित करा रही हैं। वह कन्या भ्रूण का गर्भपात करा देती हैं।
शोधकर्ताओं ने कैलिफोर्निया, न्यूजर्सी और न्यूयार्क में 65 आप्रवासी भारतीय महिलाओं का साक्षात्कार लिया, जिन्होंने सितंबर 2004 से दिसंबर 2009 के बीच लिंग परीक्षण कराकर कन्या भ्रूण हत्याएं की। गौरतलब है कि भारत के विपरीत अमेरिका में लिंग निर्धारण वैध है। पर इस वैधता की आड में कन्या-भ्रूण की हत्या कहाँ तक वैध है, यह एक बड़ा सवाल जरुर है ??
14 टिप्पणियां:
मानसिकता में बदलाव कैसे हो इस पर विचार करना चाहिए एक महत्त्वपूर्ण विषय को रखकर सोचने को उन्देलित किया बधाई
बहुत सही बात लिखी है आपने.
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कल 14/06/2011 को आपकी एक पोस्ट नयी-पुरानी हलचल पर लिंक की जा रही है.
आपके सुझावों का हार्दिक स्वागत है .
धन्यवाद!
नयी-पुरानी हलचल
कन्या भ्रूण कि हत्या एक दम जुर्म हैं. ये एक जघन्य अपराध भी हैं, महिलावो और पुरुषो को ईस दिशा में सार्थक सोच बनानी होगी.
कन्या-भ्रूण की हत्या एक ऐसा अपराध है जिसे माफ़ नहीं किया जाना चाहिए
दुर्भाग्य है हम सबका यह।
कन्या-भ्रूण की हत्या एक अपराध है
- विवेक जैन vivj2000.blogspot.com
आपकी पोस्ट की चर्चा यहाँ भी है .....
परखना मत ,परखने से कोई अपना नहीं रहता ,कुछ चुने चिट्ठे आपकी नज़र
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पिछले बरस इस पर लिखा था:एक नन्हा अंश वहीं से...
कुछ होती हैं मानसिक विकृतता
भयानक रुप
निरीहता पर प्रहार
जो अक्षम्य है
जैसे की
भ्रूण हत्या!!!
-मौका निकाल कभी विस्तार से देखें समस्या को:
http://udantashtari.blogspot.com/2010/08/blog-post_05.html
विचारणीय ... जब तक मानसिकता में बदलाव नहीं आएगा तब तक यह कुकृत्य होता रहेगा
Amerika ki Bhartiya mool mahilaon ka yah kritya atyant NINDNIYA hai. Awaj buland karne ki Sarthak pahal.
Kotishah Dhanywaad.
..यह तो बिलकुल गलत है.
वाकई यह समाज की छिछली मानसिकता का प्रतीक है. ऐसे कृत्यों को गंभीरता से लेकर कार्यवाही करनी चाहिए.
वाकई यह समाज की छिछली मानसिकता का प्रतीक है. ऐसे कृत्यों को गंभीरता से लेकर कार्यवाही करनी चाहिए.
अध्ययन के मुताबिक महिलाएं कृत्रिम प्रजनन तकनीक इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (आईवीएफ) के दौरान सिर्फ नर भ्रूण को प्रत्यारोपित करा रही हैं। वह कन्या भ्रूण का गर्भपात करा देती हैं।
******शर्मनाक कृत्य.
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