घर का बजट बनाने में महिलाओं का योगदान जगजाहिर है, इसीलिए तो उन्हें गृह लक्ष्मी कहा जाता है। पर अब महिलाएं हर क्षेत्र में कंधे से कंधा मिलाकर चल रही हैं। जी हां बजट 2017-18 बनाने की प्रक्रिया में महिला अधिकारियों ने पहले से कहीं अधिक योगदान दिया है। बजट बनाने की प्रक्रिया में जुटे वरिष्ठ स्तर के अधिकारियों में 41 फीसदी महिलाएं रही हैं। ये महिला अधिकारी सरकार के कुल बजट संबंधित कार्य के 52 फीसदी भाग को देख रही हैं।
गौरतलब है कि भारत सरकार के विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों तथा विभागों में अतिरिक्त सचिव और संयुक्त सचिव स्तर के 34 वित्तीय सलाहकारों में 14 महिला अधिकारी हैं। ये महिला अधिकारी सरकार का बजट से संबंधित 52 फीसदी कामकाज देख रही हैं।
सूत्रों की मानें तो महत्वपूर्ण मंत्रालयों मसलन वित्त, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, मानव संसाधन विकास, युवा, कौशल विकास तथा खेल के वित्तीय सलाहकारों ने बजट पूर्व प्रक्रिया में भारी योगदान दिया है। इसके अलावा नागर विमानन, शहरी विकास, रसायन एवं उर्वरक, कोयला एवं खान, डाक, सामाजिक न्याय, विज्ञान एवं औद्योगिक अनुसंधान मंत्रालय के अधिकारी बजट प्रक्रिया में शामिल रहे हैं।
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