देश के साहित्यकारों को युवा पीढ़ी से जोड़ने और साहित्यकारों को ट्रेन के माध्यम से देश भर में विस्तार देने हेतु रेलवे मंत्रालय ट्रेनों का नाम मशहूर साहित्यकारों के नाम पर रखने का विचार कर रहा है। इसमें न सिर्फ लेखक को, बल्कि वह जिस इलाके का है उसे भी तरजीह दी जाएगी। यदि ऐसा हुआ तो, पश्चिम बंगाल जाने वाली ट्रेन का नाम महाश्वेता देवी तो बिहार जाने वाली ट्रेन का नाम रामधारी सिंह दिनकर जैसी मशहूर साहित्यिक हस्तियों के नाम पर होगा।
रेलवे देश भर की सैर कराती है, ऐेसे में ट्रेन अलग-अलग संस्कृतियों का शोकेस हो सकती हैं। ऐसे में रेलवे अलग-अलग इलाकों और अलग-अलग भाषाओं से आने वाले लेखकों के नाम पर ट्रेनों का नाम करने पर विचार कर रहा है। इसके तहत साहित्य एकेडमी अवॉर्ड जीतने वालों के नाम छांटने के साथ ही इस काम की शुरुआत की जा चुकी है। इससे विभिन्न संस्कृतियों को लोगों को जानने के लिए मिलेगा।
गौरतलब है कि इससे पहले भी साहित्यिक कृतियों और साहित्यिक व्यक्तित्व के नाम पर कुछेक ट्रेनों के नाम रखे जा चुके हैं। कैफी आजमी के गृह नगर आजमगढ़ जाने वाली ट्रेन का नाम "कैफियत" एक्सप्रेस है तो मुंशी प्रेमचंद की मशहूर कृति "गोदान" के नाम पर गोदान एक्सप्रेस संचालित हो रही है।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें