'मतदान' लोकतंत्र की जीवंतता का प्रतीक है।
इसके माध्यम से हम अपने जनप्रतिनिधियों को न सिर्फ चुनते और सचेत करते हैं,
बल्कि
नीति-निर्माण को भी प्रभावित करते हैं।
हमें संकल्प लेना होगा कि घर, चौपालों और सोशल मीडिया पर व्यवस्था को
कोसने की बजाय हम बाहर निकलें और कतारबद्ध होकर अपने मत का प्रभावी इस्तेमाल करें।
इस एक दिन की चूक हमें पूरे पाँच साल के लिए पंगु बना सकती है, इसलिए
मतदान को उत्सवधर्मिता की तरह लेते हुए भारत के सुनहरे भविष्य के लिए हर व्यक्ति
को मतदान सुनिश्चित करना चाहिए !!
हर दाग ख़राब नहीं होता। अगर अंगुली में दाग लगने से अपने देश में एक अच्छी सरकार बनती है, तो दाग अच्छे ही कहे जाएंगे !!
उँगली का सही इस्तेमाल इस देश का भविष्य तय करता है। सो; ऊँगली का इस्तेमाल कीजिये पर सोच-समझकर।
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