संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) द्वारा आज घोषित किए गए प्रतिष्ठित सिविल सेवा परीक्षा के नतीजों में महिलाओं ने शीर्ष तीन स्थान हासिल किए हैं। यूपीएससी द्वारा घोषित नतीजों के अनुसार इरा सिंघल ने पहला, रेणु राज ने दूसरा और निधि गुप्ता ने तीसरा स्थान हासिल किया।
दिल्ली की रहने वाली ईरा और निधि दोनों ही भारतीय राजस्व सेवा (सीमा शुल्क और केंद्रीय आबकारी) अधिकारी हैं जबकि रेणु पेशे से डॉक्टर हैं और केरल की रहने वाली हैं। इरा ने कहा, ‘‘मैं सच में बहुत खुश हूं। मुझे विश्वास नहीं हो रहा। मैंने बस परीक्षा की तैयारी की थी। शारीरिक रूप से निशक्त होने के बावजूद इरा ने सामान्य श्रेणी में परीक्षा में पहला स्थान किया। उन्होंने कहा, ‘‘मैं आईएएस अधिकारी बनना चाहती थी। मैं शारीरिक रूप से निशक्त लोगों के लिए कुछ करना चाहती हूं।’’
अपने पहले ही प्रयास में परीक्षा में दूसरा स्थान हासिल करने वाली रेणु राज ने तिरूवनंतपुरम से कहा, ‘‘मैं नतीजे के बारे में जानकार बहुत खुश हूं। मैं पिछले एक साल से परीक्षा की तैयारी कर रही थी।’’ केरल के कोल्लम जिले के एक अस्पताल में काम करनी वाली रेणु कोट्टयम की रहने वाली हैं।
तीसरा स्थान हासिल करने वाली निधि ने कहा कि यह उनके लिए एक गर्व का पल है। वर्तमान में सहायक सीमा शुल्क एवं केंद्रीय आबकारी आयुक्त के तौर पर काम कर रही निधि ने कहा, ‘‘यह सच में एक गर्व का पल है। मैंने कड़ी मेहनत की और आखिरकार उसका फल मिला।’’
यूपीएससी के अनुसार विभिन्न केंद्रीय सरकारी सेवाओं में नियुक्ति के लिए कुल 1,236 उम्मीदवारों की सिफारिश की गयी है जिनमें 590 सामान्य श्रेणी, 354 अन्य पिछड़ा वर्ग, 194 अनुसूचित जाति और 98 अनुसूचित जनजाति के हैं। सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से कुल 1,364 पद भरे जाएंगे। 254 अन्य उम्मीदवार प्रतीक्षा सूची में हैं।
यूपीएससी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि यूपीएएसी ने पहली बार व्यक्तित्व परीक्षण या साक्षात्कार के खत्म होने के चौथे दिन ही नतीजे घोषित कर दिए। यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा तीन चरणों – प्रारंभिक, मुख्य एवं साक्षात्कार – में संपन्न होती है। इस प्रतिष्ठित परीक्षा के जरिए भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस), भारतीय विदेश सेवा (आईएफएस) और भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) सहित कई अन्य केंद्रीय सेवाओं के लिए अधिकारियों का चयन किया जाता है।
देश भर के 59 केंद्रों में 2,137 स्थानों पर पिछले साल 24 अगस्त को सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा आयोजित की गई थी। करीब 9.45 लाख उम्मीदवारों ने इसके लिए आवेदन किया था पर करीब 4.51 लाख उम्मीदवार परीक्षा में शामिल हुए।
अधिकारी ने बताया कि इनमें से 16,933 उम्मीदवारों को मुख्य परीक्षा के लिए सफल घोषित किया गया था। मुख्य परीक्षा का आयोजन पिछले साल दिसंबर में किया गया था जिसमें 16,933 में से 16,286 उम्मीदवार ही शामिल हुए।
उन्होंने बताया कि सिविल सेवा मुख्य परीक्षा के नतीजे इस साल 13 मार्च को घोषित किए गए थे। 3,308 लोगों को साक्षात्कार में शामिल होने के योग्य घोषित किया गया। इनमें से 3,303 उम्मीदवार साक्षात्कार में शामिल हुए। साक्षात्कार का आयोजन 27 अप्रैल से 30 जून तक हुआ। अधिकारी ने कहा, ‘‘उम्मीदवारों और केंद्रों या उप केंद्रों की संख्या के लिहाज से यह यूपीएससी द्वारा आयोजित की गयी अब तक की सबसे बड़ी परीक्षा थी।’’
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