इधर हम लोग कृष्ण कुमार जी के इलाहाबाद से जोधपुर स्थानांतरण पर पैकिंग में व्यस्त थे और उधर अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन के संयोजक रवीन्द्र प्रभात जी ने जाते-जाते हमें "परिकल्पना सार्क शिखर सम्मान" दिए जाने की घोषणा कर विदाई का नायब तोहफा भी दे दिया। प्रभात जी ने सूचित किया है कि आगामी 23 से 27 मई 2015 को श्री लंका में आयोजित पंचम अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन में इस सम्मान के तहत अंगवस्त्र, सम्मान पत्र, प्रतीक चिन्ह और 21,000/- की धनराशि प्रदान किए जाने का निर्णय लिया गया है। बहुत-बहुत धन्यवाद प्रभात जी !!
इलाहाबाद की आकांक्षा यादव को परिकल्पना सार्क शिखर सम्मान
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जैसा कि आप सभी को विदित है कि हर वर्ष, 8 मार्च को अन्तरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में महिलाओं के प्रति सम्मान, प्रशंसा और प्यार प्रकट करते हुए इस दिन को महिलाओं के आर्थिक, राजनीतिक और सामाजिक उपलब्धियों के उपलक्ष्य में उत्सव के तौर पर मनाया जाता है। परिकल्पना सार्क सम्मान चयन समिति के द्वारा कल एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते हुये शेष बचे दो परिकल्पना सार्क सम्मान और एक परिकल्पना सार्क शिखर सम्मान इस बार महिलाओं को ही देने का निर्णय लिया गया है, जिसकी बारी-बारी से उद्घोषणा की ज़िम्मेदारी मुझे सौंपी गयी है।
तो चलिये शेष बचे दो सार्क सम्मनों की उद्घोषणा से पूर्व उद्घोषित करते हैं सबसे पहले परिकल्पना सार्क शिखर सम्मान की। इस वर्ष के "परिकल्पना सार्क शिखर सम्मान" विजेताओं की फेहरिस्त में पहला नाम घोषित हुआ है इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) की ब्लॉगर-लेखिका आकांक्षा यादव जी का, जिन्हें आगामी 23 से 27 मई 2015 को श्री लंका में आयोजित पंचम अंतर्राष्ट्रीय ब्लॉगर सम्मेलन में अंगवस्त्र, सम्मान पत्र, प्रतीक चिन्ह और 21000/- की धनराशि प्रदान किए जाने का निर्णय लिया गया है।
आकांक्षा जी ने वर्ष 2008 में ब्लाॅग जगत में कदम रखा और विभिन्न विषयों पर आधारित दसियों ब्लाॅग का संचालन-सम्पादन करके कई लोगों को ब्लाॅगिंग की तरफ प्रवृत्त किया और अपनी साहित्यिक रचनाधर्मिता के साथ-साथ ब्लाॅगिंग को भी नये आयाम दिये। नारी विमर्श, बाल विमर्श एवं सामाजिक सरोकारों सम्बन्धी विमर्श में विशेष रुचि रखने वाली आकांक्षा यादव अग्रणी महिला ब्लॉगर हैं और इनकी रचनाओं में नारी-सशक्तीकरण बखूबी झलकता है।
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